महबूब ए सुबहानी, कुतब ए रब्बानी, शाह ए जिलानी, पीर ए लासानी, सय्यिदुल औलिया, इमामुत्तुका वन्नुका, सय्यिदिना हज़रत शैख़ अब्दुल क़ादिर अल जिलानी, अल बगदादी रज़ियल्लाहु तआला अन्हु के मुक़द्दस तबर्रुकात कि ज़ियारत करते वक्त दुरूद शरीफ का विर्द ज़ुबान पर जारी रखें |
“ अल्लाहुम्मा सल्ले अला सय्यिदिना व मौलाना मुहम्मदिन मादिनिल जूदे वल करमी व आलिहि व सह्बीही व बारिक व सल्लिम|”
१. हुज़ूर गौस ए आज़म (रज़ियल्लाहु तआला अन्हु) का मुक़द्दस अमामा शरीफ
2. नक्श ए क़दम ए नाज़ हुज़ूर गौसे ए आज़म (रज़ियल्लाहु तआला अन्हु )